दिनांक 24 दिसंबर 2025 को श्री चंद्रबदनी पब्लिक स्कूल, पुजार गांव में लोक संस्कृति दिवस एवं क्रिसमस के पावन अवसर पर बच्चों द्वारा आयोजित भव्य मेले ने पूरे विद्यालय परिसर को उत्सव और उल्लास से भर दिया। यह आयोजन न केवल मनोरंजन का माध्यम बना, बल्कि बच्चों के लिए सीख, सृजनशीलता और सांस्कृतिक चेतना का एक जीवंत मंच भी सिद्ध हुआ।
बच्चों की रचनात्मकता का जीवंत प्रदर्शन
मेले में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने पूरे उत्साह, लगन और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया। बच्चों द्वारा लगाए गए विभिन्न आकर्षक स्टॉल इस आयोजन की खास पहचान बने। इन स्टॉलों में
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हस्तनिर्मित वस्तुएँ
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पारंपरिक एवं स्थानीय व्यंजन
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खेल-कूद से जुड़े मनोरंजक आयोजन
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कला एवं शिल्प से जुड़े सुंदर उत्पाद
ने आगंतुकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। प्रत्येक स्टॉल बच्चों की मेहनत, कल्पनाशीलता और व्यावहारिक समझ का प्रतीक था।
लोक संस्कृति की सुंदर झलक
मेले में लोक संस्कृति की झलक हर ओर देखने को मिली। पारंपरिक वेशभूषा, लोक कला से सजी सजावट और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बच्चों को अपनी जड़ों से जोड़ने का कार्य किया। स्थानीय संस्कृति से प्रेरित रंग, रूप और स्वाद ने इस आयोजन को एक विशेष पहचान दी और बच्चों में अपनी विरासत के प्रति गर्व की भावना जागृत की।
क्रिसमस की खुशियों से सजा वातावरण
क्रिसमस के अवसर पर पूरा मेला सांता क्लॉज़, क्रिसमस ट्री और रंग-बिरंगी सजावट से जगमगा उठा। बच्चों के चेहरे पर उत्साह और मुस्कान देखते ही बनती थी। सांता क्लॉज़ के साथ तस्वीरें, उपहारों की खुशी और त्योहार का उल्लास पूरे वातावरण को और भी आनंदमय बना रहा।
सीख और विकास का उद्देश्य
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य बच्चों में
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लोक संस्कृति के प्रति जागरूकता
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सामूहिक सहभागिता और टीमवर्क
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स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता
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व्यावहारिक ज्ञान एवं जीवन कौशल
का विकास करना था। मेले के माध्यम से बच्चों ने न केवल अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, बल्कि आत्मविश्वास, जिम्मेदारी, नेतृत्व और सहयोग जैसे महत्वपूर्ण गुण भी सीखे।
सभी की सराहना और सहभागिता
विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षकों ने बच्चों के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अभिभावकों और आगंतुकों ने भी मेले की भूरी-भूरी प्रशंसा की और बच्चों की मेहनत व रचनात्मकता को खुले दिल से सराहा।
एक यादगार अनुभव
अंततः यह आयोजन सभी के लिए एक यादगार अनुभव बनकर उभरा। बच्चों के चेहरों पर दिखाई देती खुशी और सीख की चमक इस बात का प्रमाण थी कि शिक्षा केवल पुस्तकों तक सीमित नहीं, बल्कि ऐसे अनुभवों से और भी सशक्त बनती है।
श्री चंद्रबदनी पब्लिक स्कूल का यह प्रयास निश्चित रूप से बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की ओर एक सार्थक कदम है।
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